महा मृत्युंजय मंदिर
महा मृत्युंजय मंदिर वाराणसी (काशी) में विशेवरगंज चौराहे से कुछ 100 मीटर अंदर दारानगर मोहल्ले में स्थित हैं ।
यह पूरे भारत में अकेला महा मृत्युंजय महादेव का मंदिर है मृत्युंजय यानी मृत्यु के देवता मान्यता है इनके दर्शन मात्र से अकाल मृत्यु का भय समाप्त हो जाता है।
महादेव भक्तों को मोक्ष का वरदान भी देते हैं। पूरे देश में सिर्फ काशी में ही महामृत्यंजय महादेव के स्वरूप में भोले बाबा भक्तों को अभय देते हैं।
महामृत्युंजय मृत्यु पर विजय दिलाते हैं। ऐसे महादेव का दर्शन तो दूर स्मरण मात्र से मृत्यु तुल्य कष्ट समाप्त हो जाता है। मान्यता है कि जो चल-फिर नहीं सकता उसके कानों में महामृत्युंजय नाम जाने मात्र से वह स्वस्थ होने लगता है। अकाल मृत्यु से मुक्ति दिलाने वाले हैं महामृत्युंजय।
मंदिर में महामृत्युंजय महादेव का महा मृत्युंजय शिवलिंग तो है ही इस विशाल परिसर में धनवंतरी कूप है जहां भगवान धनवंतरी ने कई जड़ी-बूटियां और औषधियां डाली थीं। इस कूप का जल पीने से पेट के रोग से लेकर तमाम तरह के घाव ठीक होते हैं। इसके अलावा अनेक तरह की व्याधियां दूर होती हैं।
यहां पे मंदिर परिसर में बहुत पुराना हनुमान मंदिर है मान्यता है कि स्वयं तुलसीदास जी ने हनुमान जी की मूर्ति स्थापित की थी।
इस परिसर के छोर पर अगर महामृत्युंजय है तो दूसरे छोर पर महाकालेश्वर पुत्र रूप में अवस्थित हैं।
यहीं नागेश्वर महादेव हैं तो अस्टांग भैरव का विग्रह भी है। पीपल का वृक्ष है तो शनिदेव का मंदिर भी है।
मन्दिर परिसर में महादेव के कई रूपो के शिव लिंग है जिनमे वृद्धि कालेश्वर और आब्देश्वर महादेव शिलादेश्वर महादेव और भी महादेव के कई रूप का आप यहां दर्शन कर सकते है
बाबा का साल भर में चार विशेष श्रृंगार होता है जिसमें महामृत्युंजय के साकार रूप का श्रृंगार सबसे खास होता है। इसमें 8 बाबा की आठ भुजाएं, सिर से चंद्र वर्षा, बगल में बंगला मुखी माता विराजती हैं। बंगला मुखी माता को बाबा के अर्धांगिनी के रूप में मान्यता प्राप्त है। एक हाथ में रुद्राक्ष की माला तो 4 भुजाओं में कलश होता है। यह देदिप्यमान स्वरूप का दर्शऩ अद्भुत होता है।
कहा जाता है कि यदि कोई भक्त लगातार 40 सोमवार यहां हाजिरी लगाए और त्रिलोचन के इस रूप को फूलों के साथ दूध और जल चढ़ाए तो उसके जीवन से कष्टों का निवारण हो जाता है।
यहां दर्शन करने से भक्तो की सारी मनोकामना पूर्ण होती है तो जब भी आपका जब बनारस आना हो तो मृत्युंजय महादेव मंदिर में हाजिरी जरूर लगाए
हर हर महादेव
मंत्र :-
ॐ मृत्युंजयाय रुद्राय नीलकण्ठाय शम्भवे अमृतेशाय शर्वाय महादेवाय ते नम:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
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