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International Peace Day : विश्व शांति दिवस आइए जानते है विश्व शांति दिवस के बारे में

International Peace Day

विश्व शांति दिवस

आज   Internatinal Peace Day  विश्व शांति दिवस के दिन  आज संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 24 घंटे अहिंसा और संघर्ष विराम का पालन करने की घोषणा की गई है आज के दिन दुनियाभर के लोग मानवता को अपनाते हैं और दुनिया भर के लोग एक दूसरे के  रंग-रूप, समाज के सभी अंतरों को भूल एक-दूसरे की भलाई के बारे में सोचते और कार्य करते है संयुक्त राष्ट्र सभी देशों को इस दिन अपने-अपने शत्रुता की समाप्ति का सम्मान करने के लिए आमंत्रित करता है। इस दिन यूएन शिक्षा के माध्यम से और शांति से संबंधित जन जागरूकता लाने की पहल करता है आज के दिन विश्व शांति दिवस के अवसर पर दुनियाभर के लोग मानवता को अपनाते हैं और रंग-रूप, समाज के सभी अंतरों को भूल एक-दूसरे की भलाई के बारे में सोचते हैं। संयुक्त राष्ट्र सभी देशों को इस दिन अपने-अपने शत्रुता की समाप्ति का सम्मान करने के लिए आमंत्रित करता है। इस दिन यूएन शिक्षा के माध्यम से और शांति से संबंधित जन जागरूकता लाने की पहल करता है और विश्व के सभी देशों को शांति स्थापित करने के लिए प्रेरित करता है  और सब देशों को एक अच्छे भविष्य के निर्माण के लिये प्रेरित करता है 

 
InternationalPeaceDay

कब शुरू हुआ विश्व शांति दिवस 

International Peace Day 


विश्व शांति दिवस की शुरुआत

संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 1981 में दुनिया के तमाम देशों और लोगों के बीच शांति के आदर्शों को बढ़ावा देने के लिए इस दिवस की शुरुआत की। इसके बाद पहली बार इसको  1982 के सितंबर माह के तीसरे मंगलवार को मनाया गया था। 1982 से लेकर साल 2001 तक सितंबर माह के तीसरे मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस को मनाया गया। साल  2001 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने सभी सदस्य देशों की  राय से 21 सितम्बर को अंहिसा और युद्धविराम का दिन घोषित किया। इसके बाद अभी तक हर साल 21 सितंबर के दिन अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस मनाया जा रहा है।

1982 में कई राष्ट्रों, राजनीतिक समूहों, सैन्य समूहों और लोगों द्वारापहली बार इस दिवस को  मनाया गया था। 2013 में संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने इसे शांति शिक्षा के लिए समर्पित किया

अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय (न्यूयॉर्क) में संयुक्त राष्ट्र शांति की घंटी बजाकर की जाती है। यह घंटी भी महाद्वीपों के बच्चों द्वारा दान (अफ्रीका को छोड़कर) किए गए सिक्कों से बनाई गई है जिसे जापान के युनाइटेड नेशनल एसोसिएशन ने उपहार में दिया था। ये घंटी युद्ध में मानव की कीमत की याद दिलाती है। इसके साइड में लिखा है विश्व में शांति हमेशा बनी रहे। विश्व में शांति और स्थिरता और आपस में प्रेम बना रहे इसी उद्देश्य से इसकी शुरुआत की गई थी

साल की थीम ( INTERNATIONAL DAY OF PEACE THEME )


अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस  पर संयुक्त राष्ट्र ने हर साल की तरह इस साल भी  थीम जारी की है। इस साल की थीम है – “End racism. Build peace” । यानी जातिवाद नस्लवाद को खत्म करें, शांति को प्रोत्साहित करे  यानी सभी को इस दुनिया में जीने का हक है नस्लीय हिंसा बंद होनी चाहिए क्यों की धरती पर सबको समान रूप से जीने का अधिकार है क्यों की बहुत से जगहों पर नस्लीय हिंसा की वारदाते होती रहती और कही जगहों पर इस समय युद्ध से भी अशांति छाई हुई है  संयुक्त राष्ट्र का मानना है कि सही मायने में शांति का मतलब सिर्फ हिंसा न होना ही नहीं है बल्कि ऐसे समाज का निर्माण करना भी है जहां सभी लोगों को लगे कि वे फल-फूल सकते हैं, आगे बढ़ सकते हैं। ऐसी दुनिया का निर्माण करना है जहां सभी के साथ उनकी जाति की परवाह किए बिना समान व्यवहार किया जाए।‘

2021 के अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस की थीम रखी गई थी –

 “Recovering Better for an Equitable and Sustainable World”. 

साल 2020 की थीम थी- ‘Shaping Peace Together’। 

 जिस साल 1982 में विश्व शांति दिवस पहली बार मनाया गया था, उस साल की थीम थी- ‘Right to peace of people’


Importance of Internatinal Peace Day


अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस का महत्व


दुनिया भर में शांति की रक्षा और बढ़ावा देने के लिया और जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने की आवश्यकता पर केंद्रित है। जलवायु परिवर्तन अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए स्पष्ट खतरे का कारण बनता है। प्राकृतिक आपदाओं के कारण लाखों लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षा की तलाश करने को मजबूर हैं। पानी और फसलों के लवणीकरण से खाद्य सुरक्षा भी बाधित हो रही है जो दूसरी ओर सार्वजनिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती है  जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए कार्रवाई करना जरूरी है। संयुक्त राष्ट्र पेरिस समझौते को लागू करने के लिए कार्रवाई में तेजी लाने के लिए कुछ ठोस और यथार्थवादी योजनाओं के साथ 23 सितंबर को एक जलवायु कार्रवाई शिखर सम्मेलन बुला रहा है जिस पर आगे की रणनीति पर विचार बनेगा 

दुनिया में इस समय हर जगह लोग कोविड की वजह से परेशान है लोगो को नस्लीय भेद भाव का सामना करना पड़ता है सिर्फ हथियार डालने से सच्ची शांति नहीं आती लोगो को एक दूसरे के साथ नस्लीय भेद भाव और भी बहुत कुछ सहना पड़ता है लोगो को सब लोगो को ऑनलाइन माध्यम से ऑफ लाइन माध्यम से लोगो को जागरूक करने की जरूरत सभी लोगो को सभी के साथ मिलजुल कर रहने की जरूरत है और सब के विकास के साथ काम करते हुए रहने की जरूरत है हर वर्ग के लोगो को देशों को अपने देश और सीमा के बाहर भी शांति  बहाल करने की जरूरत है जैसा की हम ऊपर पढ चुके है की जलवायु परिवर्तन भी एक मुद्दा होगा इस कारण भी हिंसा होगी आज से ही सबको इस पर विचार करना होगा क्यों की जलवायु परिवर्तन के कारण भी पलायन और हिंसा की वारदाते बढ़ेगी लोगो को इस पर ध्यान देने की जरूरत है  हम सब को मिलकर एक ऐसे भविष्य का निर्माण करना है जिसमे सारे लोग रह प्यार और शांति से रह सके ये हम सबका दायित्व है और हम सबको मिलकर इसको पूरा करना पड़ेगा

अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस के  के अवसर पर  सफ़ेद कबूतरों को उड़ा कर शांति का संदेश दिया जाता है. यह कबूतर शांति के प्रतीक हैं जो ‘पंचशील’ के सिद्धांतों को दुनिया भर में फैलाते हैं. सफेद कबूतर उड़ाने की यह परंपरा प्राचीन काल से ही चली आ रही है. कबूतर को शांत स्वभाव का पक्षी माना जाता है. यही वजह है कि इसे शांति और सदभाव का प्रतीक बनाया गया है 

भौगोलिक आधार पर इंसानों ने अपने अनुकूल रहने के लिए जगह का निर्माण किया। जब वे समूह में रहने लगे तो उसे कबीले का नाम दिया गया लेकिन जब समूह बेहद ही बड़ा हो गया तो उसे एक देश का नाम दे दिया गया। देशों के समूह को विश्व कहा जाता है।

 दुनिया में एकमात्र भारत ऐसा देश है जिसने सभी धर्मों तथा संप्रदाय के लोगों को आश्रय दिया। यहां पर आने वाले लोग भी यहां के होकर रह गए।

भारत एक ऐसा देश है जिसने कभी विस्तार वादी नीति के लिए किसी पर हमला नहीं किया या किसी धर्म का प्रचार करने के लिए किसी पर शारीरिक या मानसिक दबाव नहीं बनाया।

भारत ने हमेशा ही विश्व में शांति का संदेश दिया है। भारत से ही दुनिया में शुद्ध संस्कृति का प्रचार हुआ। दुनिया में जितने भी ज्ञान का प्रसार हुआ वह सब भारत से ही हुआ है।

भारत लंबे समय तक स्वयं आजादी के लिए संघर्ष करता रहा है लेकिन कभी भी किसी देश पर हमला नहीं किया। आज के समय में विश्व शांति के लिए भारत की आवश्यकता सबसे ज्यादा है।


उद्देश्य 

 अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस का उद्देश्य विश्व में शांति वयवस्था को बनाए रखना ताकि सभी को रहने के लिए एक अच्छा और सुगम माहौल मिल सके जिसमे सारे लोग पल बड़ सके और अपनी संस्कृति को सुरक्षित रख सके 

कुछ हमेशा पूछे जाने वाले प्रश्न 


Q1- विश्व शांति दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?

Ans- विश्व शांति दिवस 21 सितंबर को मान्य जाता है यह पूरे विश्व में शांति रहे इस उद्देश्य से  मनया जाता है 

Q- 2 विश्व शांति दिवस 2022 का विषय क्या है?

Ans - संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2022 के लिए थीम "नस्लवाद समाप्त करें, शांति बनाएं" का आरोप लगाया है। हमसभी को इस पर काम करने की जरूरत है 

Q- 3विश्व शांति की स्थापना के लिए सबसे आवश्यक क्या है?

Ans- सारे देश एक दूसरे की सीमाओं का ध्यान रखे और पालन करे तभी शांति 

  

Ans - सारे देश के लोग एक दूसरे के अखंडता बनाए रखे और सबको विकास का मौका दे और नस्लीय भेद भाव को खत्म करे

Q-4 शांति कायम करने के कोई चार तरीकों की विवेचना ?

Ans- शांति कायम करने के निम्न तरीके है

  1. विभिन्न राजनीतिक विचारधाराएँ
  2. पूँजीवादी शान्ति सिद्धान्त
  3. कोब्डेनिज्म
  4. द्विपक्षीय आश्वस्त विनाश
  5. वैश्वीकरण
  6. पृथकतावाद और गैर-हस्तक्षेपवाद
  7. स्व-संगठित शान्ति
  8. आर्थिक मानदण्डों का सिद्धान्त 

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