साल 1992 में स्थापित, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई NSE) बाजार पूंजीकरण के मामले में भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज एनएसई भारत में इलेक्ट्रॉनिक Electornic और पूरी तरह से स्वचालित व्यापार की प्रणाली में लाया गया पहला स्टॉक एक्सचेंज था। कुछ ही वर्षों में, व्यापार की इस इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली ने प्राकृतिक शेयर प्रमाणपत्रों को शामिल करते हुए कागज आधारित शेयर ट्रेडिंग सिस्टम को पूरी तरह से बदल दिया है। आप मेरे इस पोस्ट में NIFTY What is NIFTY NIFTY क्या है और ये कैसे कार्य करता है जान सकते है ।
NIFTY क्या है और ये कैसे कार्य करता है
NIFTY And Its Work
जब भी हम कभी Stock Market शेयर बाजार संबंधित बात या खबर देखते हैं तो NIFTY , BSE NSE की बात जरूर होती है तो की आज निफ्टी NIFTY या BSE इतना पर्सेंटेज ऊपर गया या इतना परसेंट नीचे गिर गया तो हम समझ नही पाते है ये निफ्टी NIFTY क्या है और ये कैसे कार्य करता है तो आइए जानते है क्या होता है NIFTY और क्या है इसके ऊपर नीचे जाने के फायदा और नुकसान क्या है।
NIFTY निफ्टी
यह National Stock Exchange का एक महत्वपूर्ण बेंचमार्क है जहा पर हमारे देश की सबसे बड़ी बड़ी 50 कंपनियों के शेयर लिस्टेड होते है जिनका कुल मार्केट वैल्यू पूरे National Stock Exchange लिस्टेड कंपनियों के शेयर कैपिटल share capitalisation का 60% होता है इसका पूरा नाम ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज फिफ्टी National Stock Exchange Fifty है ।
NIFTY निफ़्टी शब्द को नेशनल और फिफ्टी दो शब्दो से मिला कर बनाया हुआ है National Stock Exchange Fifty इसे निफ्टी फिफ्टी भी कहा जाता है पर अब आम बोल चाल में इसे निफ्टी ही कहा जाता है।
ये केवल 50 बड़ी कंपनियों के शेयर पर नजर रखता है इसमें सबसे बड़ी 50 कंपनियों में होने वाली उतार चढ़ाव पे नजर रखता है जो की इनमे लिस्टेड है और इन्ही 50 कंपनियों की शेयर सबसे ज्यादा खरीदे बेचे जाते है और इन्ही के उतार चढ़ाव पे नजर रखता है।
Nifty निफ़्टी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का एक बढ़िया इंडेक्स है जो पहले नंबर सबसे ज्यादा ट्रेंड करता है दूसरे नंबर पर बीएसई 30 है जो जिसमे केवल 30 बड़ी कंपनियों की लिस्टिंग होती है और निफ्टी में 50 सबसे बड़ी कम्पनियों की पूरे स्टॉक एक्सचेंज NSE में करीब 6000 के आस पास कम्पनियां रजिस्टर है और उनके शेयर खरीदे बेचे जाते है और फिर NIFTY मे सिर्फ जो 50 बड़ी कंपनियों के शेयर रजिस्टर होते है और इन्हीं के व्यापार पर नजर रखी जाती है।
उनके होने वाले उतार-चढ़ाव यही NSE का पूरा उतार-चढ़ाव तय होता है एक तरीके से देखें तो निफ्टी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के एक इंडेक्स की तरह काम करता है जिसमें केवल 50 बड़ी कंपनियों के शेयर देखे जाते हैं उन्ही पर नजर रखी जाती है।
Nifty में 13 अलग-अलग सेक्टर की 50 कंपनियां ही रजिस्टर होती है इसमें 50 से ज्यादा की लिस्टिंग नहीं होती है यह यह केवल 50 कंपनियों के व्यापार पर ही नजर रखता है यही 50 कंपनियां ही पूरे से बाजार की दिशा तय करती है इन 50 कंपनियों के शेयर शेयर पर ही निफ्टी नजर रखता है।
अगर यही 50 कंपनियां अच्छा परफारमेंस करती हैं या इनके शेयरों का दाम बढ़ता है तो निफ्टी ऊपर जाता है और यदि इनका परफॉर्मेंस खराब होता है या शेयरों के दाम कहते हैं तो निफ्टी नीचे जाता है इसी को निफ्टी का उतार-चढ़ाव बोलते हैं कि आज निफ्टी NIFTY इतना ऊपर गया आज इतना नीचे गिरा और इन्हीं 50 कंपनियों के शेयर पुणे शेयर बाजार की दिशा तय करते हैं जब निफ्टी गिरता है तो शेयर मार्केट में भी गिरावट होती है इसीलिए लोग निफ्टी पर ज्यादा भरोसा करते हैं।
निफ्टी कैसे बनता है
इसके लिए एक निफ्टी कमेटी होती है जिसमें देश के बड़े बड़े अर्थशास्त्री होते हैं वह पूरे शेयर बाजार में लिस्टेड करीब करीब 6000 कंपनियों में से 50 बड़ी कंपनियों को चुनते हैं और फिर उन्हें निफ्टी में लिस्टेड करते हैं अगर कोई कंपनी निफ्टी में लिस्टेड है और उसका परफारमेंस खराब हो जाता है या कंपनी बंद हो जाती है तो उसको निफ्टी से निकाल देते हैं और उसकी जगह पर दूसरी बड़ी कंपनी को लिस्ट कर देते हैं क्योंकि निफ्टी से ही पूरे शेयर बाजार की दिशा तय होती है।
NIFTY निफ्टी का फायदा
Imporatance Of NIFTY
निफ्टी से शेयर बाजार में होने वाले उतार-चढ़ाव का अनुमान लगाया जा सकता है।
इससे देश की अर्थव्यवस्था के बारे में पता चलता है अगर ये ऊपर है तो आगे जा रही है।
अगर यह तेजी से ऊपर जा रहा है तो निवेशकों को आकर्षित करता है जिससे बाजार में पैसा आता है।
निफ्टी और अर्थव्यवस्था
पूरे निफ्टी की कंपनियां जब अच्छा परफॉर्मेंस करती हैं तो वह ज्यादा टैक्स भी जमा करती हैं और ज्यादा व्यापार भी करती हैं और रोजगार भी उत्पन्न करती है तो इस हिसाब से जब निफ्टी की सारी कंपनियां अच्छा परफॉर्मेंस करती हैं तो देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होती है क्योंकि वह हमें टैक्स रोजगार और व्यापार तीनों अच्छे से प्रदान करती है इसी हिसाब से जब निफ्टी या बीएससी एनएससी अच्छा परफॉर्मेंस करते हैं तो देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होती है।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज इसमें पूरे देश की सिर्फ 30 बड़ी कंपनियों को रखा जाता है
निफ्टी और सेंसेक्स NIFTY and Sensex
निफ़्टी का इंडेक्स केवल 50 कंपनियों के ही शेयरों की खरीद बिक्री के उतार-चढ़ाव को दिखाता है जबकि शेयर बाजार का सेंसेक्स पूरे शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियों के खरीद बिक्री के इंडेक्स को दिखाता है तो आप समझ गए होंगे कि जब निफ्टी का निफ्टी का उतार-चढ़ाव बताया जाए तो आप समझ सकते हैं कि यह केवल उन में लिस्टेड 50 बड़ी कंपनियों का ही उतार-चढ़ाव है जबकि सेंसेक्स में बहुत सारी कंपनियां लिस्टेड होती है इसी तरह मुंबई स्टॉक एक्सचेंज केवल 30 कंपनियों की लिस्टिंग दिखाता है और उनका का उतार-चढ़ाव ही दिखाता है।
किसी भी देश में विदेशी निवेश आकर्षित करने के लिए सेंसेक्स और निफ्टी का ऊपर की तरफ जाना ही सही होता है अभी विदेशी हमारे देश की अर्थव्यवस्था से आकर्षित होते हैं और पैसा निवेश करते हैं किसी भी देश की अर्थव्यवस्था के लिए विदेशी निवेश जरूरी है ताकि देश की अर्थव्यवस्था तेजी से विकसित हो सके और रोजगार का सृजन किया जा सके लोगों को रोजगार मिलेगा तभी देश की आर्थिक स्थिति सही होगी।
लेकिन कभी-कभी गलत नीतियां और गलत घोषणाएं शेयर बाजार को बहुत प्रभावित करती हैं और विदेशी निवेशक अपना पैसा निकाल लेते हैं तभी बाजार में गिरावट आती है।
आशा है आप लोग निफ्टी के बारे में समझ गए होंगे ।
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FAQ कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न और उनके उत्तर
Q1- Nifty क्या है ?
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