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Dhanteras 2022 : धनतेरस 2022 महत्व , पूजा विधि , धनतेरस 2022 में क्या खरीदे धनतेरस की तारीख और कब है धनतेरस ,

Dhanteras 2022 

धनतेरस 2022

अपने देश भारत के बारे में तो हम सब जानते ही है की ये देश पर्व और त्यौहारो का देश है यहां हर महीने कोई न कोई त्योहार होता ही है इन्ही त्योहारों में आज हम बात करेंगे धनतेरस की जो दीपावली के शुरू होने का  प्रतीक भी है दीपावली पांच दिन तक चलने वाला हिंदुओं का प्रमुख त्योहार है जिसकी शुरुआत धनतेरस या त्रयोदशी से हो जाती है तो आइए जानते है Dhanteras 2022 धनतेरस 2022 कब है ?, धनतेरस के बारे में कब मनाया जाता है ? , शुभ मुहूर्त क्या है ? , कैसे मनाते है ? , क्या खरीदना चाहिए ? क्या नियम है तो आइए जानते है सारी बाते हमारे इस ब्लॉग पोस्ट में तो आइए जानते है 

कब है धनतेरस 2022 ?

धनतेरस 2022 इस बार 22 नवंबर  शनिवार को है ।

dhanteras



धनतेरस 2022  कब मनाते है ?

Dhanteras 2022 ?


हमारे देश में हिंदू धर्म में व्रत और त्योहार का बहुत महत्व हैं जिनमे  दो त्यौहारों का काफी महत्व है जिसमें से एक त्यौहार फाल्गुन मास में मनाया जाता है जो होली  है तथा दूसरा त्यौहार कार्तिक मास में मनाया जाता है यह कार्तिक मास में मनाया जाने वाला त्यौहार भारत के हर कोने कोने में मनाया जाता है जिसे हम  दीपावली के नाम से जानते हैं दीपावली हिंदुओं का सबसे  बडा़ त्यौहार है तथा इस प्रमुख त्योहार दीपावली की शुरुआत धनतेरस 2022 के साथ होती है और यह त्यौहार भी भारत के हर कोने में छोटे बड़े राज्य और शहरों में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है धनतेरस कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन मनाया जाता है ।

ऐसा माना जाता है इस दिन पूजन करने से घर में सुख समृद्धि और शांति आती है इसलिए धनतेरस की शाम काफी महत्व पूर्ण मानी जाती है । इस दिन का चिकित्सको में बहुत महत्व है क्यों की धनवंतरी जी को  चिकित्सको का देवता भी कहते है , धनवंतरी जी देवताओं के चिकित्सक भी है । भारत सरकार ने भी धनतेरस को राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है इस दिन शाम को यमराज यानी यम की पूजा का भी विधान है इस दिन लोग यमराज  की पूजा करते है जिससे अकाल मृत्यु का भय खत्म हो जाता है और व्यक्ति अपना पूरा जीवन जीता है 

पौराणिक मान्यता है कि इसी दिन समुंद्र मंथन के समय भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे इसलिए इस तिथि को धनतेरस के नाम से जाना जाता है यह जैन धर्म में भी खास महत्व रखता है जैन धर्म में धनतेरस को 'धन्य तेरस' या 'ध्यान तेरस' भी करते हैं जैन धर्म के अनुआईयो मानना है कि भगवान महावीर इस दिन तीसरे और चौथे ध्यान में जाने के लिए। योग निरोध के लिए चले गए थे तथा तीन दिन के ध्यान के बाद योग विरोध करते हुए दीपावली के दिन निर्वाण को प्राप्त हुए थे तभी से यह दिन जैन धर्म में धन्य तेरस के नाम से प्रसिद्ध हुआ है । 

एक और मान्यता के अनुसार समुंद्र मंथन से इसी दिन देवी लक्ष्मी निकली थी और इसलिए इस दिन देवी लक्ष्मी की भी निकली थी इसलिए धनतेरस को लक्ष्मी जी के पूजन का विधान है मान्यता है लक्ष्मी जी के पूजन से समृद्धि आती हैं।


धनतेरस 2022 पर्व का महत्व 


इस पर्व धनतेरस  में शाम काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है धनतेरस के दिन ही मां लक्ष्मी भगवान धन्वंतरि और कुबेर भगवान की पूजा करने का विधान है तथा लोगों का मानना है कि इस  दिन शाम को लक्ष्मी जी और धनवंतरी जी की पूजा पाठ करने से घर में सुख समृद्धि तथा खुशहाली आती है तथा इसी के साथ लोग  धनतेरस के दिन सोना-चांदी तथा किसी भी धातु का बर्तन आदि की खरीदारी करना शुभ मानते हैं क्योंकि पुराणों के अनुसार इसी दिन लक्ष्मी जी का प्राकट्य हुआ था भगवान धनवंतरी का अमृत कलश लिए प्रक्तय का हुआ था इसलिए इस दिन और तिथि का विशेष महत्व है।


धनतेरस 2022 पे क्यों खरीदते है बर्तन 


पौराणिक मतों अनुसार धनतेरस  दिन कुछ भी खरीदने से उसमें तेरह गुना वृद्धि होती है इस दिन ही धनवंतरी जी और लक्ष्मी जी समुद्र मंथन से निकले है और कलश के साथ धनवंतरी जी निकले है इस कारण पौराणिक मत के अनुसार इस दिन बर्तन खरीदना और  चांदी और पीतल खरीदना शुभ माना जाता है । 


धनतेरस 2022 का शुभ मुहूर्त और  तारीख कब है

Dhanteras Date 2022


धनतेरस  के इस पर्व पर अब की बार 27 साल बाद दो दिन 22 और 23  अक्टूबर को मनाया जा रहा है पंचागो  के अनुसार इस साल त्रयोदशी तिथि 22 अक्टूबर दिन शनिवार को शाम 06:02 बजे से होगा यह तिथि अगले दिन 23 अक्टूबर दिन रविवार को शाम 06:03 तक रहेगा धनतेरस त्रयोदशी के दिन देवताओं के चिकित्सक धनवंतरि की जयंती मनाई जाती है। किंतु इस बार दो  तिथियों के कारण ये दोनों पर्व अलग-अलग दिन मनाए जाएंगे। धनतेरस 22 अक्टूबर 2022 को और धनवंतरि जयंती 23 अक्टूबर को मनाई जाएगी। त्रयोदशी तिथि 22 अक्टूबर को सायं 6 बजकर 3 मिनट से प्रारंभ होकर 23 अक्टूबर को सायं 6 बजकर 3 मिनट तक रहेगी। इस कारण दोनो पर्व अलग अलग दिन मनाए  जायेगे । इस  प्रकार धनतेरस की पूजा के लिए पूरे 24 घंटे का समय मिलेगा। और लोग पंचाग अनुसार अपना पूजन करेंगे आप अपने पुरोहित से सलाह ले ले ।

 

पूजा मुहूर्त 2022

त्रयोदशी तिथि प्रारंभ 22 अक्टूबर सायं 6.02

त्रयोदशी तिथि पूर्ण 23 अक्टूबर सायं 6.04

धनतेरस 2022 पूजन मुहूर्त- सायं 7.15 से रात्रि 8.27बजे तक

पूजा की अवधि 1 घंटा 12 मिनट

प्रदोष काल : सायं 5.57 से रात्रि 8.27 बजे तक

वृषभ लग्न : सायं 7.18 से रात्रि 9.14 बजे तक

लाभ : सायं 5.54 से 7.28 बजे तक है तो आप भी मूहूर्त अनुसार पूजन कर ले 


धनतेरस 2022 की पूजा विधि 


आप सुबह उठकर अपने घर को साफ कर पूछे आदि लगाकर साफ सुथरा कर ले अपने घर आंगन को साफ कर ले , धनतेरस की पूजा शाम में की जाती है अतः शाम को पहले लक्ष्मी जी गणेश जी का पूजन करे और फिर धनवंतरी और कुबेर का पूजन करे , कुबेर जी को सफेद पेड़े की  मिठाई या खीर का भोग  लगाएं और भगवान  धनवंतरि को पीले पेड़े का भोग लगाए , आप  पूजा में मीठा ,  पीले-सफेद फूल, पांच प्रकार के फल, चावल, रोली, चंदन, धूप , अगरबत्ती , आदि प्रसाद और  दीप का इस्तेमाल करें और विधि विधान से पूजा करें और भगवान धनवंतरी का आशीर्वाद प्राप्त करे ।


धनतेरस 2022 में क्या क्या खरीदे 

आप धनतेरस के दिन निम्न चीजे खरीद सकते है 


इस दिन झाड़ू और कूची खरीदने का विशेष महत्व है क्यों की इस दिन लक्ष्मी जी का प्रक्त्या दिवस है और लक्ष्मी जी साफ सफाई विशेष पसंद है इसलिए इस दिन झाड़ू खरीदने का विश्व महत्व है । 

आप बर्तन में कुछ भी खरीद सकते है ।

आप यथा शक्ति श्रीगणेश और लक्ष्मी की चांदी की मूर्तियां या सिक्को को खरीद सकते है या फिर 

मूर्ति की जगह आप केवल चांदी का सिक्का भी खरीद सकते हैं जिस पर गणेश-लक्ष्मी चित्रित हों।

इन मूर्ति सिक्को और बर्तन , नया समान , और सिक्को पर आप केसर का तिलक करके पूजन करें और लाल या पीले कपड़े पर रख दें।   

धनतेरस 2022 पर अपने घर की लक्ष्मी को पत्नी गृहलक्ष्मी, वह  मां, बेटी, बहन के लिए नए कपड़े उन्हें भेंट करें उपहार दे ।

आप अपने श्रद्धा अनुसार श्रीयंत्र, कुबेर यंत्र या लक्ष्मी यंत्र खरीदकर पूजन करें और आशीर्वाद प्राप्त करे ।

आप पीतल के और तांबे के  बर्तन अवश्य खरीदें और धनतेरस के दिन ही उन्हें प्रयोग करे और पूजन करी l

पौराणिक मान्यता के अनुसार धनतेरस के दिन नमक खरीदने की परंपरा भी रही है  इस खरीद से शांति बनी  रहती है ।

 

धनतेरस के बाद से ही पांच दिन का दीपावली पर्व प्रारंभ होता है। इसलिए इसी दिन मिट्टी के दीये खरीदें और उन्हें सायंकाल में अपने घर में और घर के बाहर जलाए  और आशीर्वाद प्राप्त करे ।

आप भी सही लग्न मुहूर्त में पूजा कर भगवान धनवंतरी जी और लक्ष्मी जी का आशीर्वाद प्राप्त करे और अपना त्योहार सुफल करे  और धनतेरस और दीपावली मनाएं ।

धनतेरस 2022 के बारे में कुछ महत्व पूर्ण प्रश्न और उनके उत्तर

Q1- धनतेरस 2022 कब है ?

Ans- धनतेरस 2022 में  22 नवंबर  शनिवार को है ।

Q2- धनतेरस किस तिथि को मनाया जाता है ?

Ans- धनतेरस कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन मनाया जाता है । 

Q3- धनतेरस पे किसकी पूजा होती है ?

Ans- धनतेरस पे माता लक्ष्मी जी , श्री गणेश जी  भगवान कुबेर , भगवान धनवंतरी , की पूजा होती है । 

Q4- भगवान धनवंतरी कौन है ?

Ans- भगवान धनवंतरी देवताओं के चिकित्सक है , और चिकित्सको के भगवान है ।

Q4- यम का दिया कब निकलते है ?

Ans- कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन यमराज का पुजन कर दिया जलते है ।

Q5- धनतेरस किसके शुरुआत का त्योहार है ?

Ans- धनतेरस रोशनी के पर्व दीपावली के शुरुआत का त्योहार हैं ।

Q6- धनतेरस को क्या खरीदते है ?

Ans- धनतेरस के दिन चांदी के सिक्के , बर्तन, झाड़ू, पीतल और तांबे के बर्तन खरीदने का रिवाज है 

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धन्यवाद

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