in-changing-seasons-understand-from-this-proverb-what-should-be-eaten-and-what-should-not-in-which-month। बदलते मौसम में क्या खाए और क्या न खाएं
हमने अक्सर बड़े बूढ़े लोगों के मुंह से सुना है सर्दी चल रही है ये मत खाओ गर्मी है ये खा लो बरसात में इसका परहेज किया करो तो इसी को सुन सुन हम सोचते है किस महीने में हम क्या खाए क्या न खाएं तो आइए आज हम आपको हर महीने के अनुसार आपको बताते है किस महीने में क्या खाए और क्या न खाएं। इसके लिए कई कहावत भी प्रचलित है जैसे कि चैते गुड़, वैशाखे तेल, जेठ के पंथ, अषाढ़े बेल। सावन साग, भादो मही, कुवांर करेला, कार्तिक दही। अगहन जीरा, पूसै धना, माघै मिश्री, फाल्गुन चना। जो कोई इतने परिहरै, ता घर बैद पैर नहिं धरै जो इस नियम से भोजन करेगा उसको कभी वैध या डॉक्टर के पास नहीं जाना होगा। हम में बहुत से लोग ये जाना चाहते है की किस महीने में क्या खाएं और किस महीने में क्या नही खाना चाहिए। तो आइए आज के इस पोस्ट में हम जानते है कि किस महीने में क्या खाए, हमारे पूर्वजों के द्वार बताए गए आहार के नियम जो 12 भारतीय महीनों अनुसार है 1. चैत्र (मार्च-अप्रैल) – इस महीने में चने का सेवन करे क्योकि चना आपके रक्त संचार और रक्त को शुद्ध करता है एवं कई बीमारियों से भी बचाता है। चैत्र के महीने में न...