आइए जानते है विश्व के सबसे पुराने और जीवंत शहर बनारस के बारे में आज के पोस्ट में तो आइए जानते है क्या है बनारस Oldest City Varanasi History Facts । विश्व की प्राचीन नगरी वाराणसी काशी
Oldest City Varanasi History Facts
बनारस वाराणसी काशी आप चाहे जिस नाम से चाहे पुकार ले ये आपको अपना लेगा ,
बनारस शहर विश्व का सबसे पुराना शहर है मान्यता है की भगवान शंकर ने अनादि काल में इसको बनया था ये भगवान शिव की सबसे प्रिय नगरी है और ये भगवान भोले के त्रिशूल पर ही टिकी हुई है, ये करीब 3000 हजार साल पुराना है पर लोग इससे इससे भी प्राचीन मानते है कहते है बनारस किवदंतियों से भी पुराना है जब विश्व के कई महान नगरों का अस्तित्व भी नही था तब से काशी इस पृथ्वी पर मौजूद है
अगर कोई भारत में पैदा होता है तो उसका एक सपना होता है है की एक बार काशी जरूर हो आए मान्यता है इस शहर की धूल भी छू जाए तो आदमी को मोक्ष प्राप्त हो जाता है लोग तो यहां मरने के लिए आते है ये शहर वास्तव में आपने आप में एक संपूर्ण तीर्थ या उससे भी ज्यादा है
ये शहर कला और संगीत और व्यापार का केंद्र रहा है भारत की सांस्कृतिक राजधानी है आप इस शहर में आ के एक अलग ऊर्जा को महसूस करेंगे इस शहर को बड़े आराम से बनाया गया है यहां शिव को समर्पित 54 मंदिर है 54 मंदिर शक्ति को समर्पित है ये शहर ऊर्जा का केंद्र है आप यहां की स्मृतियों को अपने जेहन में जीवन भर संजोए रहेंगे
ये शहर हिन्दू धर्म के अनुआइयो के लिए तो एक महत्व पूर्ण तीर्थ है ही साथ साथ बौद्ध धर्म के अनुआयियो के लिए भी काफी महत्व पूर्ण प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है गौतम बुद्ध ने अपना पहला उपदेश यही सारनाथ में दिया था।
विश्व की प्राचीन नगरी वाराणसी काशी
आप यहां आएंगे तो यहां के दर्शनीय घाटों यह के मंदिरो में यहां के रीति रिवाजों में खो जायेंगे आप इस शहर को एक दो दिन में नही घूम सकते हैं आप यहां आए आए तो आपने मतों को छोड़कर आए यहां तो बस आस्था के साथ आए ये जगह आपको ज्ञान से भर देगी
ये रीति रिवाजों का शहर है ध्यान का शहर है दीक्षा का शहर है रीति रिवाज पूजा जो सम्पूर्ण मनुष्य जाति के लिए उपयोगी हैं यहां वो सारे अनुष्ठान और पूजा होती दिख जायेगी ये शहर पूरे विश्व के कल्याण की कामना करता है
काशी एक सिर्फ एक शहर नही है एक प्रकार का यंत्र हैं उसे आप यहां आके महसूस कर सकते हैं ऐसी जगह पूरी पृथ्वी पे और कही नही है भगवान शिव ने खुद इस जगह को चिरायु होने और मोक्ष प्रदान करने वाला होने का वरदान दिया है और विकसित किया है
ये शहर ध्यान का केंद्र है आप यहां ध्यान की दीक्षा भी ले सकते है और खुद को ध्यान मग्न में रख सकते है आप को यह आकर ध्यान लगाना सीखना चाहिए ये सहनशीलता और शांति से भर देगा यहां जिन्हे ध्यान लगाना नही आता वो भी ध्यानमयी हो जाते हैं।
गंगा घाट
यहां करीब 6 किलो मीटर में फैले 84 गंगा घाट है जो कि घाटों पे बने प्राचीन मंदिरों, मठों , आश्रमों और अखाड़ों के लिए और उनपे होने वाले नहान पर्वो के लिए जाने जाते है हर घाट का अलग महत्व है और अलग पौराणिक कहानी है इन्हीं 84 घाट में पांच घाट महत्वपूर्ण है जिन्हे पंच तीर्थ कहते है ये घाट है दशाश्वमेघ घाट , पंचगंगा घाट , अस्सी घाट , आदिकेशव घाट , मणिकर्णिका घाट महत्व पूर्ण है मणिकर्णिका घाट पे तो विदेशी जलती चिताओं को आश्चर्य से देखते है जबकि यहां ये बस एक संस्कार है जो की दिन रात यह चलता है और कभी यहां चिता की आग कभी बुझती नही है
आप इन घाटों पे घूमिए आपको काशी देखने को मिलेंगे कई संत महात्मा धूनी लगाए गंगा के घाटों पे मिल जायेंग, आप यहां के घाटों का सुबह से शाम देखिए आप का मन हर्षो उल्लास से भर जाएगा सुबह की आरती सुबह का गंगा स्नान आप को एक दम अलग एहसास कराएगा और शाम को घाटों का वातावरण और गंगा आरती आप को आनंद से भर देगी आप इन पलों को अपने अंदर हमेशा कैद करके रखना चाहेंगे।
शिक्षा की नगरी
यह शिक्षा की भी नगरी है यहां पे तीन तीन विश्व विद्यालय है बी. एच. यू. , काशी विद्या पीठ , संस्कृत विद्यालय है यह पे धर्मशास्त्र , वेदों, वैदिक मंत्रों, ध्यान की दीक्षा और वैदिक कर्मकांड के पढ़ाई अनादि काल होती रही है आप बी. एच. यू . में नया विश्वनाथ मंदिर घुम सकते है बहुत सुंदर बनाया हुआ है।
मंदिरों का शहर
बनारस को मंदिरों का शहर कहते आप यह कई प्राचीन मंदिर और नवीन मंदिर घुमसकते है इसे गलियों का शहर भी है कचौड़ी गली , बांसफाटक गली , दालमंडी गाली आदि मशहूर गलियां है जिनमे घूम सकते है खा पी सकते है और खरीदारी भी कर सकते है हर गली अपनी अलग अलग बिकने वाली चीजो के लिए जानी जाती है हर का अपना अलग अलग महत्त्व है
बनारस में आप यहां के प्राचीन मंदिरों कई मठों अखाड़ों के देख सकते है कुछ दर्शनीय स्थल निम्न है काशी विश्वनाथ जी
संकट मोचन ,दुर्गा मंदिर से, कालभैरव मंदिर , महामृंतुजय मंदिर , अन्नपूर्णा मंदिर घुम सकते है तुलसी मानस मंदिर , सारनाथ आदि जगहों पर घूम सकते है।
सारनाथ
सारनाथ बौद्ध धर्म के अनुआईयो के लिए बहुत ही महत्व पूर्ण स्थल है ये बौद्धों के लिए तीर्थ है गौतम बुद्ध जी ने अपना पहला उपदेश यही दिया था उन्हें ज्ञान की प्राप्ति भी यही हुई थी
कुल मिलाकर बनारस आपके लिए एक संपूर्णता लिए हुए है आप यह यहां घूम कर देख सकते है इसका तेज आप महसूस कर सकते है यहां घूम कर आपको बहुत आनंद मिलेगा
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