बदलते खान पान और जीवन शैली ने लोगो में दिल की बीमारियों को भी बढ़ने का काम किया है, आज लोग की दिनचर्या नियमित नही है,जंक फूड का प्रयोग भी लोग खूब करते हैअधिक मसालेदार खान पान भी दिल के बीमारियों का कारण बनता है आज के पोस्ट में आइए हम जानते है Heart Attack आने के कारण क्या है,जाने कारण,उपचार, लक्षण बचाव के बारे में।
हार्ट अटैक की बीमारी कई लोगो को विरासत में भी मिलती है मिलती है यानी अनुवांशिक होती है और कुछ लोग अपनी दिनचर्या के कारण इसको बढ़ा लेते है, हार्ट पेशेंट की बढ़ती संख्या वास्तव में किसी देश के स्वास्थ विभाग की बहुत चिंता का कारण है।
मानव हृदय दिन रात काम करता है यह पूरे 24 घंटे में यानी 1 पूरे दिन में करीब 1 लाख बार धड़कता है और इस पूरे 24 घंटों में शरीर में करीब 5000 गैलन रक्त पंप करता है।हमारे हृदय का मुख्य कार्य हमारे ऊतको को पोषक तत्वों और ऑक्सीजन को पहुचाना है।
आइए जानते है वो क्या कारण है जिसके कारण लोगो में heart attack आने का खतरा इतना बढ़ता जा रहा है क्यों की हाल ही के दिनो मे हमने देखा है कई फिल्म स्टार जो बहुत ही सयमित दिनचर्या का पालन करते थे इस बीमारी के कारण असमय ही चले गए।
आइए जानते है विस्तार से हार्ट अटैक बीमारी के बारे में विस्तार से इस लेख में।
Heart Attack।ह्रदय गति का रुकना
आज के समय दिल की बीमारी या हृदय रोग(what is heart attack) दूसरे शब्दों में जिसे हम मायोकार्डियल इन्फ्रक्शन (Myocardial infarction) भी कहते है।जहा पे 'मायो' शब्द का अर्थ होता है मांसपेशी जबकि कार्डियल शब्द हृदय को दर्शाता है। वहीं दूसरी ओर, ‘इनफार्क्शन’ का अर्थ यहां अपर्याप्त रक्त आपूर्ति के कारण पेशेंट के टिश्यू नष्ट होने को संदर्भित करता है। टिश्यू के नष्ट होने से हृदय की मांसपेशियों को लंबे समय तक नुकसान पहुंच सकता है जो अटैक का कारण बनता है।
Heart Attack (हृदय गति का रुकना)वो स्थिति है जिसमें हृदय की मांसपेशियों को रक्त की आपूर्ति करने वाली धमनी पूरी तरह से जाम होने के कारण अचानक खून की सप्लाई बंद कर देती है,और खून की सप्लाई बंद होने से हृदय की मांसपेशियों की कोशिकाएं मर जाती हैं। धमनी में ब्लॉकेज यानी की रुकावट अक्सर प्लाक के जमा होने के कारण होती है, जिसके परिणामस्वरूप कोरोनरी हार्ट डीजिज (CHD) होती हैं। अन्य विकसित देशों में जैसे कि अमेरिका ऑस्ट्रेलिया जापान कनाडा देशों में अधिकांश लोग हृदय रोग उच्च रक्तचाप जैसे बीमारी से पीड़ित होते हैं।
हृदय रोग हृदय गुर्दे तथा मस्तिष्क में रक्त नही पहुंचने से पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन तथा पोषक तत्व आदि नहीं मिल पाता है जिसके कारण इन अंगों को पूरा पोषण नहीं मिल पाता है। जिसके कारण उनमें विकार उत्पन्न हो जाते हैं । रक्त के प्रवाह को ठीक करने के लिए उपचार के बिना जितना अधिक समय बीतता जाता है, उतना ही हमारी हृदय की मांसपेशियों को अधिक नुकसान होता है।
अगर इस स्थिति को बिना उपचार के छोड़ दिया जाए तो यह किसी भी व्यक्ति के लिए घातक साबित हो सकता है।और ह्रदय गति रुकने से मृत्यु होने की संभावना अधिक बढ़ जाती है।
Heart Attack आने के कारण क्या है । हृदयाघात होने के मुख्य कारण
कोरोनरी धमनी रोग
जिसे हम (CAD)सीएडी भी कहते हैं । दिल के दौरे का यह एक मुख्य कारण होता है। जिससे कोरोनरी धमनी में एक गंभीर ऐंठन, या अचानक से संकुचन होने लगता है जो हृदय की मांसपेशियों में रक्त के प्रवाह को रोक देता है।
वंशानुक्रम
हृदय रोग वंशानुगत रोग होता है । यह पीढ़ी दर पीढ़ी हस्तांतरित होता रहता है। यदि माता-पिता दोनों ही इस रोग से पीड़ित होते हैं तो उनके बच्चों में हृदय रोग होने की प्रबल संभावना होती है।
रक्त वर्ग
वैज्ञानिक शोध एवं अनुसंधान से यह ज्ञात हुआ है कि AB रक्त वर्ग के लोगों में हृदय रोग होने की प्रबल संभावना रहती है।
आहार
आहार में यदि अधिक मात्रा में वर्षा विशेषकर घी मक्खन डालडा आदि का उपयोग किया जाए तो हृदय रोग होने की संभावना बहुत अधिक बढ़ जाती है।
आयु
हृदय रोग मुख्यता 40 वर्ष के बाद शुरू होता है परंतु वंशानुगत कारणों से कम आयु के बाल को एवं किशोरों में भी यह रोग उत्पन्न हो जाता है।
मानसिक तनाव
शोधों से यह ज्ञात हुआ है कि वह व्यक्ति जो अधिक चिंताओं तनाव एवं समस्यात्मक परेशानियों से घिरे रहते हैं उन्हें हृदय रोग होने की प्रबल संभावना होती है।
धूम्रपान
धूम्रपान करने वाले को हृदय रोग अधिक होता है विशेषकर सिगरेट पीने से हृदय को कम मात्रा में ऑक्सीजन प्राप्त होता है साथ ही रखने लाइपो प्रोटीन की मात्रा में वृद्धि हो जाती है सिगरेट पीने से महिलाओं में पुरुषों की अपेक्षा रक्त में कोलेस्ट्रॉल तथा फास्फोलिपिड की मात्रा बहुत अधिक बढ़ जाती है जिससे कि हिर्दय रोग होने की संभावना बढ़ जाती है।
शराब
शराबी लोगों में हृदय रोग अधिक देखने को मिलती है क्योंकि शराब पीने से कारोरेज की मात्रा में वृद्धि होती है इसके अतिरिक्त शराब लाइपो प्रोटीन की मात्रा को भी बढ़ाता है जिससे हृदय रोग होने की संभावना बढ़ जाती है।
इंसुलिन
इंसुलिन हार्मोन रक्त वाहिनी यों की दीवारों पर वसा के जमने की क्रिया को उत्तेजित करती है इसके साथ ही उसको में पाए जाने वाले लाइपेज एंजाइम की क्रियाशीलता को नष्ट कर देता है परिणामत: रक्त वाहिनीओं में उपस्थित वसा आसानी से हट नहीं पाता तथा उनका जमाव हो जाता है।
आरामदायक स्थिति
हृदय रोग साधारण क्रियाशील लोगों को अधिक होता है वह व्यक्ति जो अधिक क्रियाशील होते हैं उनमें हृदय रोग होने की संभावना बहुत ही कम होती है लंदन में किए गए रिसर्च से यह ज्ञात हुआ है कि हृदय रोग से बचने के लिए शारीरिक परिश्रम एक अनिवार्य आवश्यकता है कई व्यवसाय ऐसे हैं जिनमें हृदय रोग होने का डर रहता है जैसे ड्राइवर ऑफिस क्लर्क बैंक के मैनेजर एवं अन्य आरामदायक व्यवसाय में।
कोलेस्ट्रॉल
प्राणेश भोज्य पदार्थों जैसे घी मक्खन मांस मछली अंडा में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक होती है इनके सेवन से रक्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बहुत अधिक बढ़ जाती है परिणाम स्वरूप रक्त धमनियों में कोलेस्ट्रॉल का जमा हो जाता है जिससे हृदय में रक्त प्रवाह सही से नहीं हो पाता है और हृदय रोग होने की संभावना बढ़ जाती है।
कठोर पानी
पीने वाला पानी जब अधिक मृदु होता है जिसमें कैल्शियम तथा मैग्नीशियम की कमी होती है तब वैसे जल के निरंतर सेवन से हृदय रोग हो जाता है रिसर्च से यह पता चला है कि पीने वाले पानी में जितना अधिक कैल्शियम की मात्रा होगी उतना ही हृदय रोग होने की संभावनाएं कम हो जाएंगी।
अन्य रोग
रक्त में कोलेस्ट्रॉल के उच्च रक्त के कारण उच्च रक्तचाप मोटापा मधुमेह गाठिया यकृत के रोग गुर्दे के रोग आदि होने से हृदय रोग हो जाता है
Heart attack symptoms। हार्ट अटैक सिम्पटम्स
(दिल का दौरा पड़ने के लक्षण क्या हैं?) हार्ट अटैक के प्रमुख लक्षण निम्नानुसार है
#1.सीने में दर्द या बेचैनी। अधिकांश दिल के दौरे में छाती के मध्य में या बाईं ओर असुविधा होती है जो कि कुछ मिनटों से अधिक समय तक रहती है या आ कर चली जाती है।
#2.बेचैनी असहज दबाव, निचोड़ने, परिपूर्णता या दर्द की तरह महसूस कर सकती है।
#3.कमजोरी, चक्कर आना या बेहोशी महसूस होना।
#4.आपको ठंडी में भी पसीने हो सकते हैं।
#5.जबड़े, गर्दन या पीठ में दर्द होती रहती है ।
#6.एक या दोनों हाथों या कंधों में दर्द होना या बेचैनी जैसा होता है।
#7.सांस लेने में कठिनाई।
#8.यह अक्सर सीने में तकलीफ आता है, लेकिन सीने में तकलीफ से पहले सांस की तकलीफ भी होता है। दिल के दौरे के अन्य लक्षणों में असामान्य और अस्पष्ट थकान एवं मचली या उल्टी शामिल हो सकती है।
महिलाओं में ये अन्य लक्षण होने की संभावना अधिक अधिक होती है।
Heart Attack से बचाव के उपाय।हार्ट अटैक से बचने के उपाय
आप भविष्य में हृदय रोग से स्वास्थ्य समस्याएं होने की संभावनाओं को कम कर सकते हैं:
शारीरिक गतिविधियों के द्वारा अपनी स्वास्थ्य देखभाल टीम से उन चीजों के बारे में खुल कर बात करें जो आप अपने जीवन में और काम में हर दिन करते हैं। आपका डॉक्टर आपको दिल का दौरा पड़ने के बाद कुछ समय के लिए काम, यात्रा या यौन गतिविधियों को सीमित करने के लिए कह सकता है।
जीवनशैली में बदलाव करके –
1.एक स्वस्थ आहार खाना खाना चाहिए।
2.शारीरिक गतिविधियों को बढ़ानाा। चाहिए।
3.धूम्रपान छोड़ना चाहिए और तनाव का प्रबंधन करना चाहिए ।
4.निर्धारित दवाएं ले। जो कि आपके हृदय स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद कर सकता है। इन जीवनशैली के द्वारा बदलाव करने से आपकी मदद हो सकती है जिससे कि आपको हार्ट अटैक होने की संभावना कम हो जाए ।
5.स्वस्थ जीवन के बारे में शिक्षा प्राप्त करके।
6.धूम्रपान छोड़ने से भी हृदयाघात होने की संभावना कम हो जाते हैं।
7.तनाव से दूर रहने तथा मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने से भी स्वास्थ्य में सुधार आता है।
8.वजन सामान्य बनाए रखना आवश्यक होता है।
9.शराब पीना बिलकुल छोड़ देना चाहिए। ।
10.रक्त नलिका में रक्त जमने से रोकना चाहिए।
11.रक्त में कोलेस्ट्रॉल स्तर को कम करना चाहिए।
आदि उपाय अपना कर के आप हृदय रोग संबंधित बीमारियों से बच सकते है क्यों हमारे यहां स्वास्थ को ही उत्तम धन माना गया है,और लोग कहते भी है जान है तो जहान है।
आप एक नियमित अच्छी दिनचर्या को अपना कर व्यायाम करके,अपने खाने में जंक फ़ूड आदि न खाकर के अपने आप को दिल की बीमारियों से दूर रख सकते है।
आज के समय में बढ़ती हार्ट प्रोब्लम से सब परेशान है यह बीमारी बच्चो, बूढ़े,जवान सब लोगो को हो रही है तो इससे सावधान रहने की जरूरत है।
Heart Attack FAQ
Q1-दिल का दौरा(हृदय घात) पड़ने के शुरुआती लक्षण क्या हैं?
Answer-Heart Attack आने के पुरुषों और महिलाओं में शुरुआती संकेत और लक्षण- इसमें सीने में दर्द या बेचैनी, सांस लेने में कठिनाई, जबड़े, गर्दन, पीठ, हाथ या कंधे में दर्द,शरीर में बेचैनी,उल्टी या मिचली आना, चक्कर आना या असामान्य रूप से थकान का महसूस होनाआदि समस्या होती है।
Q2-क्या अधिक तनाव से दिल का दौरा पड़ सकता है?
Answer- अधिक तनाव से उच्च रक्तचाप हो सकता है, जो दिल के दौरे और स्ट्रोक के लिए खतरा पैदा कर सकता है।अधिक तनाव भी इस तरह के हृदय रोग के जोखिम में योगदान कर सकता है जैसे धूम्रपान, अधिक भोजन करना और शारीरिक गतिविधि की कमी।
Q3-Heart अटैक के शुरुआती लक्षण क्या हैं?
Answer-हार्ट अटैक आने का सबसे प्राथमिक लक्षण है सीने में दर्द होना जिसे angina pain कहते है। यह एक pressure , heaviness या tightness जैसे महसूस होने लगता है।
यह दर्द चलने से या काम करने के कारण से बढ़ता है , थोड़ा आराम करने से कम होता है।सांस की तकलीफ और पसीना आना।कुछ व्यक्तियों में गैस होने की फीलिंग आती है।
Q4-दिल की बीमारी का पता कैसे चलता है?
Answer- दिल की बीमारी,आपकी बाहोंऔर अगर आपको छाती के बीच में या कमर के ऊपरी हिस्से में, जबड़े, गर्दन या पेट के ऊपरी हिस्से में नये तरह का दर्द हो जो 5 मिनट से भी ज्यादा रहता हो, साथ ही सांस लेने में तकलीफ, ठंडा पसीना, जी घबराना, थकान या चक्कर आना जैसे लक्षण हो तो यह लक्षण हार्ट अटैक के सूचक हो सकते है।
Q5-हार्ट अटैक से कैसे बचें?
Answer- हार्ट-अटैक से बचने के कुछ टिप्स एक स्वस्थ और संतुलित आहार खाएं हरी सब्जियां, फल, नट्स, मछली अपनी डाइट में शामिल करें (अतिरिक्त फैट, तेल,मांस खाने में न इस्तेमाल करे)। आप धूम्रपान और शराब के अधिक सेवन से बचें। अपने ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर के स्तर और कोलेस्ट्रॉल को सामान्य अधिक न होने दे।
डिस्क्लेमर: प्रतुस्त लेख बस जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है।यह एक दम से बचाव और इलाज की कोई गारंटी नहीं देता है,आप अपने परेशानी अनुसार अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते है।
इस लेख का मतलब इलाज नहीं है बस जागरूकता फैलाना है क्यों की आज के समय में लोग अपने काम की वजह से अपने सेहत का ख्याल नही रख पाते है।
Heart Attack conclusion
आप ने इस पोस्ट में जाना की हार्ट अटैक क्या होता है,इसके क्या कारण है,इसके लक्षण क्या है,वह बचाव कैसे कर सकते है।
आप को हमारा पोस्ट Heart Attack आने के कारण क्या है,जाने कारण,उपचार, लक्षण बचाव के बारे में कैसा लगा कमेंट में जरूर बताएं।आप पोस्ट को शेयर भी कर सकते है।
आप का पोस्ट पढ़ने के लिए धन्यवाद।
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