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What is Cloud Computing full detail in Hindi, history,types, system, dilivery methods | क्लाउड कंप्यूटिंग क्या होती है हिंदी में?

आज के समय में सबसे बहुमूल्य चीज है डाटा जो की हर किसी के पास है और उसको सुरक्षित रखना और इस्तेमाल करना सबकी जरूरत है आप मोबाइल से लैपटॉप से कुछ बनाते या कुछ सेव करते है तो ये सब डाटा ही है। चाहे कोई एप्लीकेशन,गेम,फोटो,वीडियो सब डाटा है और यह जब अधिक मात्रा में हो जाता है तो हम इसे किसी अन्य सर्वर में स्टोर करते है इसे ही क्लाउड कहते है यानी मेघ संघड़क आज के पोस्ट में हम यही जानेंगे What is Cloud Computing full detail in Hindi, history,types, system, Delivery methods | क्लाउड कंप्यूटिंग क्या होती है हिंदी में?

अगर आप भी इंटरनेट के माध्यम से कोई सर्विस जैसे गेम खेलते हैं,शॉपिंग करते है, तो आप क्लाउड कम्प्यूटिंग का ही उपयोग करते है यदि आप इसके बारे में कुछ नही जानते है तो आजका पोस्ट आप के लिए ही है तो आइए जानते है What is Cloud Computing full detail in Hindi, history,types,system, Delivery methods|क्लाउड कंप्यूटिंग क्या होती है हिंदी में?what is cloud computing full detail?Cloud computing? क्लाउड कंप्यूटिंग क्या है?what is cloud computing?discuss various type of cloud computing? क्लाउड कंप्यूटिंग क्या है? विभिन्न प्रकार के क्लाउड कम्प्यूटिंग की चर्चा कीजिए?

Cloudcomputingincomputing


Cloud Computing ।क्लाउड कंप्यूटिंग।what is cloud computing

जैसा की हम ऊपर भी पढ़ चुके है की डाटा को हम क्लाउड पे स्टोर कर सकते है और जब हम अपने या किसी और के स्टोर किए डाटा को हम इंटरनेट के माध्यम, किसी सेवा को किसी सर्वर द्वारा अपने मोबाइल या लैपटॉप पे इस्तेमाल करते है तो इसको ही क्लाउड कम्प्यूटिंग कहते है,ये कुछ भी हो सकती है जैसे गेम खेलना,e-mail का इस्तेमाल करना,किसी होस्टिंग सर्विस का इस्तेमाल करना,you tube पे वीडियो देखना आदि क्लाउड कम्प्यूटिंग का ही उदहारण है।

आसान शब्दो में क्लाउड कंप्यूटिंग, इंटरनेट की ऐसी टेक्नोलॉजी है जिसकी सहायता से आप Data को Online Store कर सकते हैं,और ऑनलाइन ही Data का इस्तेमाल भी (Processing) भी कर सकते हैं,और डाटा को मैनेज भी कर सकते है।यह डाटा को इस्तेमाल करना आसान और सुरक्षित बनाता है।

क्लाउड कंप्यूटिंग एक ऐसे तकनीक है जिसकी सहायता से आप किसी भी एप्लीकेशन या सॉफ्टवेयर पर काम कर सकते है चाहे वो आप ने वह सॉफ्टवेयर इंस्टाल किया भी नही हो आप ऑनलाइन ही क्लाउड कंप्यूटिंग तकनीक के जरिए वह work बड़ी आसानी से कर सकते हैं । जैसे की यूट्यूब पे वीडियो देखना,किसी ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट को विजिट करना।

What is Cloud Computing example?क्लाउड कंप्यूटिंग के क्या उदहारण है?

यदि आप के मोबाइल या लैपटॉप में जगह नहीं है आप किसी डाटा के इसमें सेव नहीं करना चाहते है तो आप इस डाटा को ऑनलाइन स्टोर (save) करते है यही क्लाउड कम्प्यूटिंग है जैसे गूगल ड्राइव

क्लाउड कंप्यूटिंग के कुछ उदाहरण निम्न है।

1.गूगल ड्राइव (Google Drive)

2.ई-मेल (Email)

3.फेसबुक (Facebook)

4.यूट्यूब (Youtube)

5.इंस्टाग्राम (Instagram)

आदि 

क्लाउड कंप्यूटिंग का इतिहास | History of cloud computing

क्लाउड कंप्यूटिंग का जन्म 1960 के दशक में हुआ, उस दौर में इंटरनेट का इस्तेमाल बहुत कम लोगो और कम स्थानों तक इसकी उपस्थिति थी ।तो क्लाउड कंप्यूटिंग को इतना विकसित नहीं किया गया।

जब आगे 1990 के दशक में इंटरनेट का इस्तेमाल ज्यादा होने लगा और इंटरनेट को इस्तेमाल करने वाले ज्यादा हो गए तब 1990 में Scaleforce नाम की एक कंपनी ने क्लाउड कंप्यूटिंग सेवा देने की शुरुआत की और उस दौरान में क्लाउड कंप्यूटिंग के कुछ ही सर्विस ही हुआ करते थे।

आगे चलकर सन् 2000 आते आते जब लोगो को क्लाउड कंप्यूटिंग की सेवा पसंद आने लगी और बिजनेस करने वाली कंपनियों को इसकी जरूरत पड़ने लगी तब गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, ऐमेज़ॉन द्वारा क्लाउड कंप्यूटिंग की सेवाएं चालू की गई।

समय के साथ क्लाउड कंप्यूटिंग विकास होता गया और आज के समय में क्लाउड कम्प्यूटिंग इस्तेमाल सभी क्षेत्रों में होता है।इस समय जो भी सेवा इंटरनेट के माध्यम से आप लेते है सब क्लाउड कंप्यूटिंग के द्वारा ही उपलब्ध कराई जाती हैं।

Discuss various type of cloud computing? क्लाउड कम्प्यूटिंग कितने प्रकार की होती है?

Cloud Computing के मुख्यत चार प्रकार होते हैं जिनको अलग अलग कार्यों के हिसाब से बनाया गया है –

1.Private Cloud (प्राइवेट क्लाउड)

2.Public Cloud (पब्लिक क्लाउड)

3.Community Cloud (कम्युनिटी क्लाउड)

4.Hybrid Cloud (हाइब्रिड क्लाउड)

1-Private Cloud Computing (प्राइवेट क्लाउड कम्प्यूटिंग) 

प्राइवेट क्लाउड कंप्यूटिंग किसी व्यक्ति या व्यवसाय या किसी आर्गेनाइजेशन द्वार इस्तेमाल किया जाता है।इसको को एक प्राइवेट क्लाउड पर स्टोर किया जाता है ।जिसमे यूजर अपने डाटा को किसी के साथ शेयर नही करता है।इसका उपयोग स्वयं के लिए करता है जैसे गूगल ड्राइव का उपयोग स्वयं के लिए करते हैं।इसमें सारा डाटा आईडी और पासवर्ड द्वारा safe रहता है इसे किसी और के द्वारा एक्सेस नहीं किया जा सकता है।इसे प्राइवेट क्लाउड कंप्यूटिंग कहा जाता है । 

2-Public Cloud Computing ( पब्लिक क्लाउड कम्प्यूटिंग)

पब्लिक क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग सभी कर सकते है। पब्लिक क्लाउड कम्प्यूटिंग में जो डाटा स्टोर होता है वो सभी के साथ शेयर होता है और इसका चार्ज भी कम होता है।जैसे की हम एमेजॉन और फ्लिपकार्ट शॉपिंग वेबसाइट का उपयोग करते है सब पब्लिक क्लाउड कम्प्यूटिंग का उपयोग करती है सभी सभी के लिए उपलब्ध रहती है इस प्रकार की कंप्यूटिंग में स्टोर किया गया डाटा सभी के साथ शेयर होता है इसीलिए इसे पब्लिक क्लाउड कंप्यूटिंग कहा जाता है इस प्रकार की कंप्यूटिंग सभी के लिए फ्री रहती है अथवा इसका बहुत ही कम चार्ज लगता है जैसे कि हम सभी लोग उपयोग करते हैं अमेजॉन फ्लिपकार्ट का उपयोग करते है जिसका डाटा कोई भी उपयोग कर सकता है पब्लिक क्लाउड कम्प्यूटिंग का उदहारण है।

3-Community Cloud Computing (कम्युनिटी क्लाउड कम्प्यूटिंग) 

कम्युनिटी क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग केवल एक Group या ग्रुप कम्यूनिटी के द्वारा किया जाता है।इस प्रकार के क्लाउड पे स्टोर जानकारी का उपयोग केवल उस ग्रुप और कम्यूनिटी के लोग ही कर उपलब्ध सकते है,बाहरी व्यक्ति नहीं कर सकता है जैसे किसी बैंक या सरकारी विभाग के कर्मचारी ही उस विभाग के कंप्यूटर पे जानकारी को देख सकता है,और किसी को ये जानकारी देखने का एक्सेस नहीं होता है।

4-Hybrid Cloud Computing ( हाइब्रिड क्लाउड कम्प्यूटिंग) 

आज के समय में सबसे ज्यादा हाइब्रिड क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग होता है ।यह क्लाउड कंप्यूटिंग पब्लिक और प्राइवेट दोनो तरह के क्लाउड का मृष्णन होता है । इसका उपयोग आप पब्लिक और प्राइवेट दोनो तरीके से कर सकते है। जैसे फेसबुक, यूट्यूब,इंस्टाग्राम का डाटा सभी के लिए उपलब्ध है और सभी इसका उपयोग कर सकते है,लेकिन यदि आप चाहे तो इसे प्राइवेट रूप से भी शुरू कर सकते है।यानी आप नही चाहेगे तो आपका डाटा कोई दूसरा नहीं देख पाएगा।

Delivery Models of Cloud computing 

क्लाउड कंप्यूटिंग के सर्विस के आधार पर तीन डिलीवरी मॉडल्स हैं SAAS, PAAS और IAAS जिन्हें क्लाउड कम्प्यूटिंग का डिलीवरी(Delivery) मॉडल्स कहते हैं।

SAAS (software as a service)

इस डिलीवरी सिस्टम में यूजर को कोई सॉफ्टवेयर इंस्टाल करने की जरूरत नहीं होती है,आप ऑनलाइन ही इस वेबसाइट के डाटा का उपयोग कर सकते है। इसका पूरा नाम software as a service है ही।

PAAS (platform as a service)

इस सर्विस का उपयोग सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन को बनाने, टेस्ट करने और डिलीवर और मैनेज करने के लिए किया जाता है।

Iaas (Infrastructure As A Service) 

जैसे की इसका नाम है infrastructure as a service तो यूजर इसमें अपने क्लाउड सर्विस प्रोवाइडर्स से अपनी जरूरत के हिसाब से अनुसार डाटा स्टोरेज, वर्चुलाइजेशन, सरवर और नेटवर्क उपकरण किराए पर ले सकता है,और अपनी कम्प्यूटिंग कर सकता है।

Advantages of cloud computing in Hindi (क्लाउड कंप्यूटिंग के फायदे)

क्लाउड कम्प्यूटिंग के वैसे तो बहुत फायदे है आपको यहां आपको कुछ क्लाउड कम्प्यूटिंग के फायदे निम्न है।

आसान एक्सेक्स: Simple Excess 

आप क्लाउड क्लाउड कम्प्यूटिंग में अपने डाटा को इंटरनेट की मदद से कही एक्सेस कर सकते है बस आप के मोबाइल और कंप्यूटर में इंटरनेट होना चाहिए।आप कही से जहा इंटरनेट हो अपने डाटा तक पहुंच सकते है। 

कम कीमत।(Low Price)

क्लाउड कम्प्यूटिंग में आप बहुत कम कीमत पे अपने डाटा को स्टोर, मैनेज और प्रोसेस कर सकते है।अन्य हार्डवेयर डिवाइस और सिस्टम से इसकी लागत काफी कम होती है।

स्पीड।Speed 

क्लाउड कम्प्यूटिंग में आपकी डाटा प्रोसेसिंग करने के लिए बहुत ही अच्छी स्पीड मिलती है।और आप प्रोसिंग बहुत जल्द और आसानी से कर सकते है।

स्टोरेज।Storage 

यहा आपको असीमित स्टोरेज मिलता है। क्लाउड कंप्यूटिंग में आप 1GB से लेकर 100 TB तक डाटा स्टोर कर सकते है और जरूरत पड़ने पर इसको और ज्यादा बढ़ा सकते है।

Cloud computing FAQ

Q1.क्लाउड कंप्यूटिंग(cloud computing) क्या है विस्तार से समझाइए?

Ans- क्लाउड कम्यूटिंग (cloud computing) इंटरनेट-आधारित प्रक्रिया और कंप्यूटर ऐप्लीकेशन का इस्तेमाल है। गूगल एप्स क्लाउड कंप्यूटिंग का एक उदाहरण है जो बिजनेस ऐप्लीकेशन ऑनलाइन मुहैया कराता है और वेब ब्राउजर का इस्तेमाल कर इस तक पहुंचा जा सकता है।

Q2.क्लाउड कंप्यूटिंग में क्या काम होता है?

Ans-क्लाउड कंप्यूटिंग कम्प्यूटिंग की एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जिसके माध्यम से डाटा सस्टोरेज, डाटा प्रोसेसिंग और सॉफ्टवेयर जैसी सेवाओं का ऑनलाइन उपयोग कर सकते हैं। Cloud कंप्यूटिंग की सबसे खास बात यह है कि इसकी सर्विस का उपयोग करने के लिए आपको किसी विदेशी हार्डवेयर या सॉफ्टवेयर की आवश्यकता नहीं होती बस आपके फोन या कंप्यूटर में इंटरनेट से कनेक्ट होना चाहिए।

Q3.क्लाउड कंप्यूटिंग कितने प्रकार के होते हैं?

Ans-क्लाउड कम्प्यूटिंग मुख्यता चार प्रकार की होती है

.प्राइवेट क्लाउड (Private Cloud)

.पब्लिक क्लाउड(Public Cloud)

.कम्युनिटी क्लाउड (Community Cloud)

.हाइब्रिड क्लाउड (Hybrid Cloud)

Q4.क्लाउड कम्प्यूटिंग के क्या फायदे हैं?

Ans-Cloud Computing के द्वारा आप कही से भी अपने फाइल या डाटा को स्टोर करने और फिर किसी भी जगह से उन डाटा तक पहुंचने और उन्हें मैनेज और प्रोसेस करने की सुविधा प्रदान करती है।इन सेवा के लिए आपको किसी विशिष्ट स्थान पर होने की आवश्यकता नहीं है, उपयोगकर्ता कही दूर से भी अपना काम कर सकते है। 

Q5-क्लाउड स्टोरेज कितने सुरक्षित हैं?

Ans-क्लाउड कम्प्यूटिंग में डेटा स्टोर किया गया डाटा पूर्णता सुरक्षित होता है जैसे की आप ने गूगल ड्राइव में अपने मेल आईडी और पासवर्ड द्वारा कोई फाइल या फोटो को स्टोर किया है अगर आप का फोन खराब या खो जाता है तब भी आप का डाटा सुरक्षित रहता है आप किसी नए फोन या किसी अन्य लैपटॉप या फोन में एक्सेस करके इसे प्राप्त कर सकते है।

Cloud Computing conclusion

आज के पोस्ट में आप ने जाना की क्लाउड कम्प्यूटिंग क्या होती है,क्लाउड कम्प्यूटिंग के कितने प्रकार है, क्लाउड कम्प्यूटिंग का इतिहास क्या है?,क्लाउड कम्प्यूटिंग का डिलीवरी सिस्टम कैसे काम करता है?,क्लाउड कम्प्यूटिंग के कुछ उदाहरण क्या है?,क्लाउड कम्प्यूटिंग कैसे कार्य करती है, और क्लाउड कम्प्यूटिंग के क्या लाभ है।

आशा है आप को हमारा पोस्ट What is Cloud Computing full detail in Hindi, history,types, system, dilivery methods | क्लाउड कंप्यूटिंग क्या होती है हिंदी में? पसंद आया होगा आप इस पोस्ट को दोस्तो के साथ साझा कर सकते है,अगर कही कोई गलती है तो आप हमे अवगत करा सकते है,आप हमे मेल भी कर सकते है।आप के सुझाव हमारे लिए महत्वपूर्ण है आप हमे इन्हे कमेंट के माध्यम से बता सकते है। आपका पोस्ट पढ़ने के लिए धन्यवाद।

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